
वर्तमान समय में भारतीय फैशन इंडस्ट्री में पारंपरिक वस्त्रों की वापसी एक नया ट्रेंड बनकर उभरा है, खासकर पुरुषों के बीच। केरल का मुण्डु, बंगाल की धोती और तमिलनाडु का वेष्ठी जैसे पारंपरिक पोशाक अब केवल परंपरा तक सीमित नहीं रह गए हैं, बल्कि इन्हें नए और आधुनिक अंदाज़ में अपनाकर युवा वर्ग में भी खासा आकर्षण बनाया जा रहा है। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर फैशन इंफ्लुएंसर्स और डिज़ाइनर इन पारंपरिक पहनावों को विभिन्न स्टाइलिश ट्विस्ट के साथ पेश कर रहे हैं, जिससे ये कपड़े एकदम नए और ट्रेंडी लगने लगे हैं। इससे न केवल पारंपरिक पोशाकों की लोकप्रियता बढ़ी है, बल्कि इनकी मांग और बिक्री में भी वृद्धि देखी जा रही है।
यह बदलाव युवा पीढ़ी के लिए अपने सांस्कृतिक मूल्यों से जुड़ने और अपनी जड़ों को पहचानने का एक तरीका बन गया है। साथ ही, फेस्टिवल, शादी समारोह और अन्य खास मौकों पर पारंपरिक वस्त्र पहनने का चलन तेजी से बढ़ा है। फैशन डिजाइनरों ने इस रुझान को भांपते हुए पहले से अधिक आकर्षक, रंगीन और आरामदायक डिजाइन प्रस्तुत करना शुरू कर दिया है, जो पारंपरिक और आधुनिकता का बेहतरीन मेल दिखाते हैं। ऐसे में यह ट्रेंड भारतीय फैशन में नई ऊर्जा और विविधता लेकर आया है।