
तेजस्वी यादव का नाम वोटर लिस्ट से गायब? विवाद और सच्चाई विस्तार से
पूरा विवाद
बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष और RJD नेता तेजस्वी यादव ने आरोप लगाया कि 1 अगस्त 2025 को जारी प्रारूप मतदाता सूची (ड्राफ्ट रोल) में उनका नाम गायब है। तेजस्वी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर मीडिया के सामने कहा कि जब उन्होंने सूची में अपना नाम ढूंढ़ा, तो ‘रिकॉर्ड नॉट फाउंड’ दिखा। तेजस्वी ने यह भी सवाल उठाया कि अगर उनका नाम नहीं है, तो वे चुनाव कैसे लड़ेंगे और आम लोगों का क्या होगा।
पटना डीएम और चुनाव आयोग की सफाई
- पटना के डीएम (Dr. थियागराजन एस.एम.) ने तुरंत तेजस्वी के दावे को “पूरी तरह गलत” बताया।
- प्रशासन ने साफ किया कि तेजस्वी यादव का नाम ड्राफ्ट रोल में है।
कन्फ्यूजन क्यों हुई?
- तेजस्वी यादव ने प्रेस कान्फ्रेंस में जो EPIC नंबर (RAB2916120) बताया, वह पुराना था या रद्द किया जा चुका था।
- प्रशासन ने बताया कि EPIC नंबर कभी बदला नहीं जाता और ऐसा कोई केस नहीं है कि तेजस्वी का ईपीआईसी नंबर बदला गया हो।
- चुनाव आयोग ने बयान जारी कर कहा कि “यदि कोई संदेह है, तो 1950 पर कॉल कर नाम या EPIC नंबर से सूची में अपना रिकॉर्ड देख सकते हैं”।
राजनीतिक और सामाजिक बहस
- तेजस्वी के आरोप के बाद बीजेपी, जेडीयू और प्रशासन के कई वरिष्ठ अधिकारियों ने उन पर “जनता को भ्रमित करने” और “राजनीतिक स्टंट” करने का आरोप लगाया।
- सोशल मीडिया पर यह भी चर्चा रही कि तेजस्वी के पास दो EPIC कार्ड थे; एक रद्द हो चुका है इसलिए मिल नहीं रहा।
- RJD ने आरोप लगाया कि प्रशासन ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के बाद रिकॉर्ड में छेड़छाड़ की, परंतु इसका कोई प्रमाण नहीं मिला।