
भारत द्वारा रूसी तेल के आयात में कमी का देश की अर्थव्यवस्था पर बड़ा असर पड़ सकता है। ऊर्जा बाजार के जानकारों के मुताबिक, इससे भारत का कुल तेल आयात खर्च लगभग 11 अरब डॉलर तक बढ़ सकता है। रूस से सस्ता कच्चा तेल मिलने से पिछले साल भारत को अर्थिक राहत मिली थी, लेकिन अब आपूर्ति घटने और वैश्विक बाजार में कच्चा तेल महंगा होने से सरकार की चिंता बढ़ गई है। इसका सीधा असर देश की मुद्रा, तेल कंपनियों की लागत और अंत में आम उपभोक्ताओं तक महंगाई के रूप में पहुंच सकता है।